जब India Meteorological Department (IMD) ने मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025 को 25 जिलों में लाल‑नारंगी‑पीले मौसम अलर्ट जारी किए, तो तमिलनाडु के लोग पहले से ही टपक‑टपक बारिश के डर में घिर गए थे। राजधानी चेन्नई से लेकर दक्षिणी तट के रामनाथपुरम तक, हवा में नमी और हड़बड़ाहट दोनों ही समान रूप से महसूस की जा रही थी। रजिनल मेटियोरोलॉजिकल सेंटर (RMC) चेन्नई ने बताया कि 9:51 UTC पर बंगाल की दक्षिण‑पश्चिमी खाड़ी में एक लो‑प्रेशर सिस्टम बना, जिसे अब डिप्रेशन में बदलते देखा जा रहा है। यह सिस्टम अगले दो दिनों में उत्तर‑पश्चिम की ओर बढ़ कर तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में लगातार भारी वर्षा लाने वाला है।
मौसम अलर्ट का सार
IMD की परिभाषा के अनुसार, लाल अलर्ट का मतलब 24 घंटे में 204.5 mm से अधिक की अत्यधिक बारिश है। इस स्तर के अलर्ट आठ जिलों – विलुप्पुरम, कद्दलौर, मायिलादुत्रै, नागपतिनम, थिरुवरुर, थंजावुर, पुदक्कोत्तई और रामनाथपुरम – को जारी किए गए हैं। रामनाथपुरम ने पहले ही 149 mm की बारिश दर्ज कर ली थी। नारंगी अलर्ट (64.5‑204.5 mm) में चेन्नई सहित 15 जिले शामिल हैं, जबकि पीले अलर्ट (15.5‑64.5 mm) में तेंकाशी, विरुडुन्नगर, मदुरै जैसे मध्य और दक्षिणी जिलों को कवर किया गया है।
- रिड अलर्ट: 8 जिले – अधिकतम 149 mm (रामनाथपुरम)
- ऑरेंज अलर्ट: 15 जिले – अधिकतम 90 mm (नागपतिनम)
- येल्लो अलर्ट: 6 जिले – अधिकतम 63.5 mm (चेन्नई के कुछ हिस्से)
- आँधी‑तूफ़ान की अनुमानित अधिकतम गति: 45‑55 km/h, गड़गड़ाहट 65 km/h तक
- समुद्र में नाविकों को 24 अक्टूबर तक बंद रहने का निर्देश
राज्य सरकार की तैयारी और कदम
इस बड़े पैमाने की चेतावनी के बाद, मुकुंदन कारुणानिधी स्टालिन (एमके स्टालिन), मुख्यमंत्री, तमिलनाडु ने रविवार, 19 अक्टूबर ने जिले के कलेक्टरों से मुलाकात कर आपातकालीन योजना को ताजा किया। उन्होंने कहा, “निचले इलाकों और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित जगहों पर पहुंचाना हमारा प्राथमिक कार्य है।”
उन्हीं दिन, उपमुख्यमंत्री उधयनिधि स्टालिन, उपमुख्यमंत्री, तमिलनाडु ने दक्षिणी चेन्नई में चल रहे जल‑निकासी प्रोजेक्ट की स्थिति देखी। उन्होंने ओक्कियम माधवी नहर की 27 crore रुपये की विस्तृत मरम्मत, कांनागी नगर में गहरी खुदाई और कई कंक्रीट‑कवर्ड नहरों की प्रगति की पुष्टि की। “जूमो में खड़ी नहरें ही नहीं, बल्कि पूरी सड़कों की जल निकासी भी ठीक हो रही है,” उन्होंने कहा, “क्लासिक मॉनसून से पहले यह परीक्षा है।”
प्रभावित जिलों में स्थिति
छत्रपती रावु कौर, एक स्थानीय किसान, ने बताया कि तिरुनेल्वेली में पधरती बाढ़ के कारण धान के खेतों में 30 % तक की फसल कटौती हो गई है। इसी बीच, चेन्नई में कई बस स्टॉप और बाजार जलमग्न हो गए, जबकि थूदुकुदी में बाढ़ के चेतावनी संकेत जारी कर पुलिस ने निकासी बिंदु स्थापित किए। मशहूर जलविज्ञानी डॉ. रजनीश प्रेमन का कहना है, “यह बारिश भारी नहीं, बल्कि हमारी जल‑निकासी प्रणाली की कमी को उजागर कर रही है।”
मदुरै में वैगाई नदी का जल स्तर तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे नगरपालिका ने नगरवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी। कुछ क्षेत्रों में जल‑जमाव से सड़कों पर ट्रैफ़िक जाम और स्कूल बंद होना आम बात बन गई है।
भविष्य की भविष्यवाणी और संभावित जोखिम
RMC चेन्नई की विस्तृत भविष्यवाणी के अनुसार, 22 अक्टूबर को मायिलादुत्रै, पुदुचेरी, कड्डलौर, विलुप्पुरम और चेन्नई में अत्यधिक बारिश होगी। 23 अक्टूबर को तिरुवल्लुर, चेन्नई, चेन्गलपट्टु, कांचिपुरम, रैनिपेट और वेल्लोर में बहुत भारी बारिश की आशंका है। 24 अक्टूबर तक, एरोडे, निलगीरिस, कोयंबटूर, और धर्मपुर सहित 12 जिलों में तीव्र वृष्टि की संभावना बनी रहेगी।
आँधियों के साथ तेज़ हवाओं के कारण समुद्र तट पर लहरें 4‑5 मीटर तक उठ सकती हैं। IMD ने मछुआरेयों को 24 अक्टूबर तक नाव चलाने से रोक दिया है, और इस दौरान समुद्री किनारे के कई गाँवों में आपातकालीन आश्रय स्थापित किए गए हैं।
दीर्घकालिक जल प्रबंधन की दिशा
इस वर्ष का बवंडर सरकार को जल‑संरक्षण की दिशा में पुनः विचार करने पर मजबूर कर रहा है। जल विज्ञान के प्रोफेसर ए.एस. वैभव ने कहा, “स्थायी जल‑निकासी के लिए नहरों की सफाई, बड़े जल‑भंडारण तालाब बनाना और शहर में ग्रेडिएंट‑ऐसिड नेटवर्क को वाकिफ़ बनाना ज़रूरी है।”
अगले कुछ हफ्तों में, तमिलनाडु जल प्रबंधन विभाग को हर प्रभावित जिले में स्थानीय निकायों के साथ मिलकर ‘स्मार्ट बाढ़ चेतावनी प्रणाली’ स्थापित करनी होगी। इस तकनीक में जल‑स्तर सेंसर, रीयल‑टाइम डेटा और मोबाइल अलर्ट शामिल हैं, जिससे भविष्य में ऐसे अचानक जल‑संकटों से निपटना आसान हो सकेगा।
मुख्य तथ्य
- IMD ने 25 जिलों में लाल‑नारंगी‑पीले अलर्ट जारी किए (21 अक्टूबर 2025)
- सबसे अधिक बारिश: रामनाथपुरम – 149 mm
- मुख्य हवा की गति: 45‑55 km/h, गड़गड़ाहट 65 km/h तक
- मुख्य सरकारी हस्तक्षेप: एमके स्टालिन की तैयारी बैठक, उधयनिधि स्टालिन की नहर निरीक्षण
- आगामी 3 दिनों में 12‑15 जिलों में तीव्र या बहुत भारी बारिश की संभावना
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बारिश अलर्ट का क्या मतलब है और कौन‑से जिले लाल अलर्ट में हैं?
लाल अलर्ट का अर्थ है 24 घंटे में 204.5 mm से अधिक की अत्यधिक बारिश। इस अलर्ट में तमिलनाडु के आठ जिले – विलुप्पुरम, कड्डलौर, मायिलादुत्रै, नागपतिनम, थिरुवरुर, थंजावुर, पुदक्कैत्तई और रामनाथपुरम – शामिल हैं। ये जिले अब बाढ़‑जोखिम के शीर्ष पर हैं।
किशोर मंडलीयों और किसानों पर इस वर्ष की बारिश का क्या असर होगा?
तिरुनेल्वेली जैसे जिलों में लगातार पानी से धान के खेत लगभग 30 % तक नष्ट हो सकते हैं, जबकि जल‑संकट के कारण कई स्कूल और बाजार बंद रहेंगे। सरकारी सहायता हेतु बचाव उपकरण और बीमा पॉलिसी का विस्तार किया जा रहा है।
मंत्री स्टालिन ने आपातकालीन तैयारी में कौन‑से कदम उठाए?
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने जिले के कलेक्टरों को निचले इलाकों से लोग को सुरक्षित शरणस्थलों में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया। उपमुख्यमंत्री उधयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में नहरों के बुनियादी काम, गहरी खुदाई और कंक्रीट‑कवर्ड जल‑निकासी प्रणाली की प्रगति की जाँच की।
बिंगाल की खाड़ी में बन रहे लो‑प्रेशर सिस्टम का भविष्य क्या है?
भविष्यवाणियों के अनुसार यह सिस्टम अगले दो दिनों में डिप्रेशन बन कर उत्तर‑पश्चिम की ओर बढ़ेगा, जिससे तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश जारी रहेगी। IMD ने इसे 24 अक्टूबर तक नज़र में रखकर समुद्री सुरक्षा के निर्देश जारी किए हैं।
क्या इस वर्ष की बारिश जल‑प्रबंधन नीतियों को बदलने का कारण बन सकती है?
विशेषज्ञों का मानना है कि बार‑बार आती बाढ़ से निपटने के लिए स्मार्ट सेंसर‑आधारित चेतावनी प्रणाली, बड़े जल‑भंडारण तालाब और नहरों की नियमित सफाई अनिवार्य हो जाएगी। तमिलनाडु सरकार ने इन पहलुओं को अगले वित्तीय वर्ष के बजट में प्राथमिकता देनी घोषित की है।