नाराज महसूस कर रहे हैं? गुस्से को काबू करने के आसान उपाय
हर कोई कभी न कभी नाराज तो हो जाता है—काम में दिक्कत, रास्ते में ट्रैफ़िक या बस छोटे‑छोटे झगड़े। गुस्सा खुद में बुरा नहीं, बस अगर सही टाइम पर नहीं निकाला तो समस्याएँ बढ़ सकती हैं। तो चलिए, मिलकर देखें कि गुस्सा क्यों आता है और इसे जल्दी कैसे शांत किया जा सकता है।
गुस्से की आम वजहें
सबसे पहले समझें, आपका गुस्सा अक्सर किन कारणों से फूटता है। आम तौर पर ये तीन चीज़ें मिलकर असर करती हैं:
- अनिर्णय या असमानता: जब लगता है कि किसी ने आपका अधिकार नहीं माना या आपको अनदेखा किया, तो अँधेरा बन जाता है।
- अपेक्षा का टकराव: आप जो चाहते हैं, वही नहीं मिलता—ये चीज़ अक्सर दिल को चोट पहुँचाती है।
- शारीरिक थकान या नींद की कमी: शरीर जब थका होता है, दिमाग जल्दी ही छोटे‑छोटे मुद्दों को बड़ा बना देता है।
इन कारणों को पहचान कर आप गुस्सा आने से पहले ही रोक सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर आपको देर तक काम करना पड़ता है, तो छोटे‑छोटे ब्रेक लेकर मस्तिष्क को रीसेट कर सकते हैं।
गुस्सा कम करने के आसान उपाय
अब बात करते हैं उन उपायों की जो तुरंत काम आते हैं। नीचे दिये गए 5‑स्टेप फॉर्मूला को रोज़ाना अपनाएँ और फर्क देखें:
- गहरी साँसें: गुस्सा आने पर 5‑6 बार गहरी साँस लें। हवा को पूरी तरह फेफड़ों तक पहुंचाने से दिमाग को ऑक्सीजन मिलती है और थकान घटती है।
- एक दो मिनट का ब्रेक: अगर संभव हो तो उस स्थिति से दूर हो जाएँ जहाँ गुस्सा पैदा हुआ। एक कप पानी या छोटी टहलना दिमाग को साफ़ कर देता है।
- सकारात्मक विचार: "मैं यह संभाल लूँगा" या "यह कोई बड़ी बात नहीं" जैसे वाक्य दोहराएँ। नकारात्मक सोच गुस्से को और बढ़ा देती है।
- खुद को व्यायाम में लगाएँ: कुछ स्ट्रेच या हल्का जॉगिंग हार्ट रेट को नियंत्रित करता है और एन्डोर्फिन रिलीज़ होते हैं, जिससे मूड अच्छा रहता है।
- जर्नलिंग: गुस्से के कारण और आपके भावनाओं को लिखें। लिखते‑लिखते आप अक्सर यह समझते हैं कि कितनी छोटी बात थी जो आपको नाराज कर रही थी।
इन टिप्स को सिर्फ़ गुस्सा आने पर ही नहीं, बल्कि रोज़मर्रा में भी अपनाएँ। इससे आपका तनाव स्तर घटेगा और रिश्ते बेहतर बनेंगे।
एक आख़िरी बात—अगर गुस्सा लगातार बना रहे और आपके काम या निजी जीवन को नुकसान पहुँचा रहा हो, तो प्रोफेशनल काउंसलर से मिलना बेहतर रहेगा। कभी‑कभी पेशेवर मदद से ही हम सही दिशा पा लेते हैं।
तो अगली बार जब आप नाराज महसूस करें, तो ऊपर बताए गए आसान स्टेप्स याद रखें। जल्द ही आप देखेंगे कि गुस्सा आपके साथ नहीं, बल्कि आपके हाथ में है।
भारत में लोगों को अधिकतर हिंदी समाचार चैनल से नाराज़ होने के कई कारण हैं। पहला कारण है कि हिंदी समाचार में कई बार आपको असली तथ्यों से बेहतर बातें पढ़ने को मिलती हैं। दूसरा कारण है कि अधिकांश हिंदी समाचार चैनल सिर्फ कुछ विशेषज्ञों और हिंदी समाचार के समर्थकों द्वारा लिखे गए हैं। तीसरा कारण है कि अधिकांश हिंदी समाचार चैनल से दिखने वाली जानकारी केवल कुछ विशेषज्ञों के विचारों और अनुभवों को ही प्रदर्शित करती है। चौथा कारण है कि कुछ हिंदी समाचार चैनल पृथ्वीराज्य को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। इसलिए, अधिकतर लोग हिंदी समाचार चैनल से नाराज हैं।
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