खाद्य से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, रेसिपी और स्वास्थ्य टिप्स
नव न्यूज़ सेंटर पर हम हर दिन भारत और विदेशों की खाने‑पीने की चीज़ों पर अपडेट देते हैं। चाहे आप घर में नया व्यंजन ट्राय करना चाहते हों, या बाजार में चल रहे खाद्य रुझानों के बारे में जानना चाहते हों – इस पेज पर सब मिलेगा.
खाद्य सिर्फ पेट भरने की चीज़ नहीं, यह हमारी संस्कृति, मिज़ाज और स्वास्थ्य का भी हिस्सा है. इसलिए हम आपके लिए खबरों को सरल शब्दों में तोड़‑मरोड़ कर पेश करते हैं, ताकि आप जल्दी से समझ सकें कि क्या नया है और क्यों ज़रूरी है.
भारत में लोकप्रिय खाद्य ट्रेंड
पिछले साल से हल्के‑फुल्के स्नैक्स और शाकाहारी विकल्पों की मांग तेज़ी से बढ़ी है. छोटे‑छोटे शहरों में भी अब ज़ायका‑ग्राहक इंस्टेंट नूडल्स, फ्रीक्वेंट फूड ट्रक और मिल्कशेक वैरायटी देख रहे हैं. सबसे बड़ा बदलाव है जंक फूड की जगह हेल्दी इंग्रीडिएंट्स का चयन – जैसे कई ब्रांड्स ने अब सादा मैदा की जगह बदाम, ओट्स या क्विनोआ का इस्तेमाल शुरू कर दिया है.
अगर आप मार्केट में नई चीज़ें ट्राय करना चाहते हैं तो इन बातों को याद रखें: पैकेज पर ‘नो एडिटिव्स’, ‘ऑर्गेनिक’ या ‘लो‑सोडियम’ लेबल देखें. ये अक्सर आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर होते हैं. साथ ही, भारत में अब कई फूड स्टार्ट‑अप प्रोटीन‑बेस्ड स्नैक बना रहे हैं जो मांसाहारी लोगों को भी अपील कर रहे हैं.
वैश्विक खाद्य संस्कृति के रोचक पहलू
दुनिया भर में भारतीय खाना अब सिर्फ करी‑पानी तक सीमित नहीं रहा. कई देशों में दाल‑बाटी, पनीर टिक्का और छोले‑भटूरे को स्ट्रीट फूड के तौर पर सर्व किया जाता है. एशिया में पॉप्युलर थाई-इंडियन फ्यूज़न रेस्टोरेंट्स में ‘पनांग करी पिज़्ज़ा’ जैसे प्रयोग देखे जा रहे हैं.
इज़राइल जैसे देश अब शाकाहारी भारतीय व्यंजनों को आगे बढ़ा रहे हैं. यहाँ के रेस्टोरेंट्स में दाल‑तड़का, पालक‑पनीर और विभिन्न तरह के दही‑आधारित साइड डिशेज़ की लिस्ट बढ़ी है. अगर आप विदेश में भारतीय स्वाद की तलाश में हैं तो ‘वीजिटेरियन फूड हब’ जैसे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म मदद कर सकते हैं.
अमेरिका में भी भारतीय भोजन की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. बड़े शहरों में फ्यूज़न बिस्त्रो में ‘बटर चिकन बर्गर’ या ‘मसाला फ्राईस’ जैसे आइटम मिलते हैं. ये आइटम लोगों को भारतीय मसालों के स्वाद से परिचित कराते हैं, बिना तीखा या भारी महसूस किए.
खाद्य से जुड़ी ख़बरें सिर्फ रेसिपी नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, पर्यावरण और आर्थिक पहलुओं को भी छूती हैं. उदाहरण के लिए, हाल ही में कई बड़े सुपरमार्केट ने प्लास्टिक‑फ्री पैकेजिंग अपनाना शुरू किया है, जिससे खाने‑पीने की चीज़ों पर पर्यावरणीय प्रभाव कम हो रहा है. इसी तरह, कई किसान अब जैविक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे आपके टेबल पर ऑर्गेनिक सब्ज़ी और फल मिलने की संभावना बढ़ गई है.
आप भी इन रुझानों को अपनाकर अपने रोज़मर्रा के खाने को बेहतर बना सकते हैं. सरल कदम जैसे घर पर हर्ब्स को उगाना, मांस के बजाय दाल या पनीर को चुनना, और फास्ट‑फूड की जगह फ्रीज़र में रखी हुई हेल्दी स्नैक बॉक्स का उपयोग करना, आपके स्वास्थ्य पर बड़ा असर डालेंगे.
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